अध्याय १७ शलोक २३
अध्याय १७ शलोक २३ The Gita – Chapter 17 – Shloka 23 Shloka 23 ओउम्, तत्, सत् —- ऐसे यह तीन प्रकार का सच्चिदानन्दधन ब्रह्म का नाम कहा है ; उसी से सृष्टि के आदि काल में ब्राह्मण और वेद तथा यज्ञादि रचे गये ।। २३ ।। AUM, TAT, SAT (literal translation: the Lord who […]