Author name: TheGita Hindi

अध्याय १ शलोक १६

अध्याय १ शलोक १६ The Gita – Chapter 1 – Shloka 16 Shloka 16 कुन्तीपुत्र राजा युधिष्ठिर ने अनन्तविजय-नामक और नकुल तथा सहदेव ने सुघोष और मणिपुष्पक नामक शंख बजाये ।। १६ ।। The King YUDISHTHIRA. the son of KUNTI blew the great conch called ANANTAVIYAYA: NAKUL and  SAHDEV blew SUGHOSHA and MANIPUSHPAKA (also names […]

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अध्याय १ शलोक १५

अध्याय १ शलोक १५ The Gita – Chapter 1 – Shloka 15 Shloka 15 श्रीकृष्ण महाराज ने पाञ्चजन्य-नामक, अर्जुन ने देवदत्त-नामक और भयानक कर्मवाले भीमसेन ने पौण्ड्र-नामक महाशंख बजाया ।। १५ ।। The PANCHAJANYA (the name of one of the conches) was blown by HRISHIKESA (Lord Krishna). The conch named DEVADATTA was blown by DHANANJAYA

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अध्याय १ शलोक १४

अध्याय १ शलोक १४ The Gita – Chapter 1 – Shloka 14 Shloka 14 इसके अनन्तर सफेद घोडों से युक्त्त उत्तम रथ में बैठे हुए श्रीकृष्ण महाराज और अर्जुन ने भी अलौकिक शंख बजाये ।। १४ ।। MADHAVA (Lord Krishna) and PANDAVA were seated in their magnificent chariote attached to white horses and they blew

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अध्याय १ शलोक १३

अध्याय १ शलोक १३ The Gita – Chapter 1 – Shloka 13 Shloka 13 इसके पश्चात् शंख और नगारे तथा ढोल, मृदंग और नरसिंघे आदि बाजे एक साथ ही बज उठे । उनका वह शब्द बड़ा भयंकर हुआ ।। १३ ।। Tremendous noise followed. Conches, kettle-drums, tabors, and trumpets and cowhorns blared across the battlefield.

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अध्याय १ शलोक १२

अध्याय १ शलोक १२ The Gita – Chapter 1 – Shloka 12 Shloka 12 कोरवों में वृद् बड़े प्रतापी पितामह भीष्म ने उस दुर्योधन के ह्रदय में हर्ष उत्पन्न करते हुए उच्च स्वर से सिंह की दहाड़ के समान गरजकर शंख बजाया ।। १२ ।। To bring joy to DURYODHANA’s heart, the great grandsire BHISMA,

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अध्याय १ शलोक ११

अध्याय १ शलोक ११ The Gita – Chapter 1 – Shloka 11 Shloka 11 इसलिये सब मोर्चों पर अपनी-अपनी जगह स्थित रहते हुए आप लोग सभी नि:संदेह भीष्मपितामह की सब और से रक्षा करें ।। ११ ।। Duryodhana instructed his army: Now all of you quickly assume your proper positions for battle, your main goal

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अध्याय १ शलोक १०

अध्याय १ शलोक १० The Gita – Chapter 1 – Shloka 10 Shloka 10 भीष्मपितामह द्वारा रक्षित हमारी वह सेना सब प्रकार से अजेय है और भीमद्वारा रक्षित इन लोगों की यह सेना जीतने में सुगम है ।। १० ।। Duryodhana explained with pride to Drona: Our army, led by BHISMA, is numerous and skilled.

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अध्याय १ शलोक ९

अध्याय १ शलोक ९ The Gita – Chapter 1 – Shloka 09 Shloka 9 और भी मेरे लिये जीवन की आशा त्याग देने वाले बहुत से शूरवीर अनेक प्रकार के शस्त्रास्त्रों से सुसज्जित और सब-के-सब युद्ध में चतुर हैं ।। ९ ।। Duryodhana further said to Drona: Yet several other heroes and great men, well-trained

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अध्याय १ शलोक ८

अध्याय १ शलोक ८ The Gita – Chapter 1 – Shloka 08 Shloka 8 आप —– द्रोणाचार्य और पितामह भीष्म तथा कर्ण और संग्रामविजयी कृपाचार्य तथा वैसे ही अश्वत्थामा, विकर्ण और सोमदत्त का पुत्र भूरिश्रवा ।। ८ ।। Your wise self, BHISMA, KARNA, KRIPA, the victorious in fight; ASVATTHAMA, VIKARNA and SAUMADATTI as well. The

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अध्याय १ शलोक ७

अध्याय १ शलोक ७ The Gita – Chapter 1 – Shloka 07 Shloka 7 हे ब्राह्मणश्रेष्ठ ! अपने पक्ष में भी जो प्रधान हैं, उनको आप समझ लीजिये । आपकी जानकारी के लिये मेरी सेना के जो-जो सेनापति हैं, उनको बतलाता हूँ ।। ७ ।। Duryodhana spoke unto his master Drona: O Best of the

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